एक बार फिर सूर्खियों में आया गोविन्द बल्लभ पंत महाविद्यालय!
पूविवि एवं कालेज प्रशासन द्वारा दी गयी सूचनाएं निकलीं भिन्न
मामला पहुंचा प्रमुख सचिव, शिक्षा मंत्री एवं महामहिम के दरबार
सिकरारा, जौनपुर (सं.) 19 दिसम्बर। आये दिन चर्चा में रहने वाला गोविन्द बल्लभ पंत स्नातकोत्तर महाविद्यालय प्रतापगंज एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। महाविद्यालय प्रशासन एवं पूर्वांचल विश्वविद्यालय से जनसूचना अधिकार के तहत मांगी सूचनाएं भिन्न मिलीं। इसको लेकर जहां प्राचार्य एवं प्रबन्धक की धांधली उजागर नजर आ रही है, वहीं पूर्वांचल विश्वविद्यालय पर भी सवालिया निशान उठ रहा है।
बता दें कि सिकरारा क्षेत्र के सुरतासापुर निवासी शिवशंकर यादव ने 18 फरवरी 2019 को महाविद्यालय के प्राचार्य से जनसूचना अधिकार के तहत कुछ सूचनाएं मांगीं। इस पर प्राचार्य द्वारा सभागार, कमरे, प्रयोगशाला, स्टोर रूम, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष, परीक्षा विभाग, शौचालय, बाथरूम, कार्यालय, सहायक लेखाकार केबिन, प्राचार्य कक्ष, बरामदा, गेट सहित सभी जगहों के सामग्रियों का विवरण दिया गया। साथ ही शिक्षकों व कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका, जीपीएफ व भविष्य निधि पास बुक, नियुक्ति सम्बन्धी पत्रावली, वेतन, एरियर रजिस्टर व विभिन्न फण्ड रजिस्टर का विवरण दिया गया। इतना ही नहीं, 6 पृष्ठ में दी गयी सूचना पर सभी सम्बन्धित के हस्ताक्षर भी अंकित हैं।
वहीं इसी क्षेत्र के फतेहगंज अन्तर्गत सुरूवार पट्टी निवासी डा. मणिशंकर सिंह द्वारा 27 व 28 जुलाई 2018 को ही पूर्वांचल विश्वविद्यालय से उक्त महाविद्यालय से सम्बन्धित सूचना मांगी गयी थी। सूचनाओं का विवरण पूविवि प्रशासन द्वारा दिया गया लेकिन महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा दी गयी सूचना से एकदम भिन्न है। हद तो तब नजर आयी जब सुरतासापुर गांव निवासी शिवशंकर यादव द्वारा मांगी गयी सूचना पर पूविवि प्रशासन द्वारा कुछ अलग ही सूचना दी गयी।
ऐसे में कहा जा सकता है कि महाविद्यालय के प्राचार्य की सूचना गलत है या पूर्वांचल विश्वविद्यालय की लेकिन कुल मिलाकर यह तो एकदम स्पष्ट है कि कहीं न कहीं भारी गड़बड़ी अवश्य है। अब सूचना मांगने वालों ने महाविद्यालय प्रशासन एवं पूविवि द्वारा अलग-अलग दी गयी सूचनाओं की शिकायत प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ, शिक्षा मंत्री उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन एवं महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश से करते हुये जांचोपरांत दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग किया है।